रामनवमी पर राम जी का जन्मोत्सव


रामायण के अनुसार राजा दशरथ के तीन पत्नियां थी लेकिन उनको कभी संतान सुख नहीं मिला जिस कारण ऋषि वशिष्ठ ने यज्ञ का आयोजन करवाने की बात कही तो राजा दशरथ ने अपनी पत्नियों के साथ इस यज्ञ में आहुति दी और यज्ञ समाप्ति पर महर्षि ने तीनों पत्नियों को एक एक कटोरी खीर दी जब राजा की तीनों पत्नियों ने किए खाई तो कुछ महीने बाद तीनों गर्भवती हो गई।
कौशल्या ने 9 महीने बाद भगवान श्री राम ( भगवान विष्णु सातवां अवतार ) को जन्म दिया।
हिन्दु धर्म शास्त्रों के अनुसार त्रेतायुग में रावण के अत्याचारों को समाप्त करने और धर्म की पुन: स्थापना के लिये भगवान विष्णु ने मृत्यु लोक में श्री राम के रूप में अवतार लिया था।
सामान्य रामनवमी के दिन चित्र मास के नवरात्र समाप्त हो जाते हैं सभी हिंदू भाइयों बहनों को राम नवमी का अवसर धूमधाम से मनाना चाहिए और एक नई सोच नए लक्ष्य बनाकर अपने जीवन में आगे बढ़ना चाहिए
।।आप सभी को रामनवमी की हार्दिक शुभकामनाएं ।।
            समाजसेवी सादुलनाथ सिद्ध ,नोखा
   महामंत्री ( अखिल भारतीय जसनाथी महासभा)

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