इंसानियत अभी तक जिंदा है- ३६ नियम ज़िंदाबाद
9000 रूपए वापस लौआए
राजस्थान की धोरा वाली धरती पर श्री गुरु जसनाथ जी महाराज ने इस पाखंड और अधंविश्वास को खत्म करने के लिए अवतार लिया ।
जसनाथ जी महाराज ने बताया कि किस प्रकार से मानव अपने जीवन का कल्याण कर सकता है इसलिए जसनाथ जी महाराज ने 36 नियम दिए।
जसनाथ जी महाराज ने अपने दूसरे ने में बताया कि "उत्तम करणी राखो आछी" तथा तीसवे नीयम में बताया कि "चोरी जारी पर हर दीजे" अर्थात मानव को हमेशा अच्छे कार्य करने चाहिए और गलती से भी कभी चोरी नहीं करनी चाहिए।
आज भी हमारा जसनाथी संप्रदाय और सिद्ध संप्रदायिक जसनाथ जी महाराज के द्वारा बताए गए 36 नियमों के मार्ग पर चल रहा है इसका ताजा उदाहरण आज राम रतन सिद् ने प्रस्तुत किया है।
इनको रास्ते में एक ₹9000 और कुछ जरूरी कागजों के साथ एक पर्स मिला जिसकी जांच बिन करने के बाद उसको उसके वापस मालिक तक पहुंचाया गया।
इस प्रकार उन्होंने इमानदारी का परिचय दिया।
!!धन्य हे इनके माता पिता को जिन्होंने एक सच्चा ईमानदार पुत्र को जन्म दिया!!
🙏🙏समाजसेवी सादुलनाथ सिद्ध🙏🙏
9000 रूपए वापस लौआए
राजस्थान की धोरा वाली धरती पर श्री गुरु जसनाथ जी महाराज ने इस पाखंड और अधंविश्वास को खत्म करने के लिए अवतार लिया ।
जसनाथ जी महाराज ने बताया कि किस प्रकार से मानव अपने जीवन का कल्याण कर सकता है इसलिए जसनाथ जी महाराज ने 36 नियम दिए।
जसनाथ जी महाराज ने अपने दूसरे ने में बताया कि "उत्तम करणी राखो आछी" तथा तीसवे नीयम में बताया कि "चोरी जारी पर हर दीजे" अर्थात मानव को हमेशा अच्छे कार्य करने चाहिए और गलती से भी कभी चोरी नहीं करनी चाहिए।
आज भी हमारा जसनाथी संप्रदाय और सिद्ध संप्रदायिक जसनाथ जी महाराज के द्वारा बताए गए 36 नियमों के मार्ग पर चल रहा है इसका ताजा उदाहरण आज राम रतन सिद् ने प्रस्तुत किया है।
इनको रास्ते में एक ₹9000 और कुछ जरूरी कागजों के साथ एक पर्स मिला जिसकी जांच बिन करने के बाद उसको उसके वापस मालिक तक पहुंचाया गया।
इस प्रकार उन्होंने इमानदारी का परिचय दिया।
!!धन्य हे इनके माता पिता को जिन्होंने एक सच्चा ईमानदार पुत्र को जन्म दिया!!
🙏🙏समाजसेवी सादुलनाथ सिद्ध🙏🙏
Good work bhaisaheb
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