Hindi notes plant tissue culture

नमस्कार दोस्तों
 मैं लोकेश आज आपको प्लांट टिशु कल्चर के बारे में बताऊंगा प्लांट टिशु कल्चर एक टेक्निक है जिसका उपयोग क्रॉप के इंप्रूवमेंट के लिए किया जाता है बायोलॉजी में लिविंग ऑर्गनिजम के पार्ट को सेपरेट करते हैं


पौध में सेल्स और टिशु मौजूद होते हैं
प्लांट टिशु कल्चर में हम प्लांट का लिविंग ऑर्गेनाइज्म कर लेते हैं जिसमें रूट स्टेम लिवस फ्लावर आदि का उपयोग किया जाता है
अब इनको एक लिक्विड में डालते हैं उस लिक्विड में अगार होता है
 यह लिक्विड कुछ समय बाद सॉलि़ड बन जाता है
 इस लिक्विड में न्यूट्रिशन और हारमोंस होते हैं जो कि प्लांट को पोषक तत्व और पौधे की वृद्धि के लिए उत्तरदाई होते हैं
 अब इसको इन विट्रो कंडीशन में रखा जाता है मतलब आउट साइड ऑफ द लिविंग ऑर्गेनाइज्म
 प्लांट टिशु कल्चर की खोज हेबरलैंडेट ने की थी
 जब हम लिविंग ऑर्गेनाइज्म को आइसोलेट करते हैं तो नया लिविंग पौध प्राप्त होता है इसे टोटीपोटेन्सी  कहते हैं अर्थात  वह क्षमता जो कि एक छोटे से सेल से न्यू प्लांट बना सकती है यह कैपेसिटी प्लांट में लाइफ टाइम तक पाई जाती है
 प्लांट टिशु कल्चर मे पौध के जीस भाग का यूज करते हैं उसे एक्सप्लांट कहते हैं।
plant tissue culture ka upyog Rogi plant se  healthy plant Nirman ke liye Kiya jata hai
पौध को वायरस से मुक्त करने के लिए इसका उपयोग किया जाता है
मेरिस्टम कल्चर करने के लिए इसका उपयोग किया जाता है
 कम समय में नया पौधा तैयार करने के लिए इसका उपयोग किया जाता है

दोस्तों अगर आपको इससे कोई समझ नहीं आया है तो आप हमें कमेंट करके बता सकते हैं
 धन्यवाद
आपका अपना लोकेश सिद्ध

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