नमस्कार दोस्तों
अब हम एंब्रियो कल्चर के बारे में जानते हैं
यह टिशु कल्चर का टाइप है एंब्रियो का निर्माण जायगोट से होता है
जब मेल और फीमेल गेमेट्स आपस में मिलते हैं तो फर्टिलाइजेशन करते हैं इससे जायगोट बनता है
ओर इससे एक पौधा बनता है
पोधे के एंब्रियो भाग को सेपरेट करना अर्थात एंब्रियो कल्चर में एंब्रियो को एक्सप्लांट के रूप में काम मे लिया जाता है
इस एंब्रियो को न्यूट्रेशन और हार्मोन मीडियम में रखते हैं और धीरे-धीरे इसमें रूट एंड शूट डवलप होती है
अब हम एंब्रियो कल्चर के बारे में जानते हैं
यह टिशु कल्चर का टाइप है एंब्रियो का निर्माण जायगोट से होता है
जब मेल और फीमेल गेमेट्स आपस में मिलते हैं तो फर्टिलाइजेशन करते हैं इससे जायगोट बनता है
ओर इससे एक पौधा बनता है
पोधे के एंब्रियो भाग को सेपरेट करना अर्थात एंब्रियो कल्चर में एंब्रियो को एक्सप्लांट के रूप में काम मे लिया जाता है
इस एंब्रियो को न्यूट्रेशन और हार्मोन मीडियम में रखते हैं और धीरे-धीरे इसमें रूट एंड शूट डवलप होती है
जीन इंजीनियरिंग
कोई भी जीन के कार्य एवं रूपांतरण की स्टडी का अध्यन करना
यह एक जीन ट्रांसफर की टेक्निक है
इसमें क्या होता है कि हमें एक वांछित जीन का ट्रांसफर किसी एक टारगेट प्लांट के डीएनए पर करना होता है जब वांछित जीन और टारगेट प्लांट का डीएनए आपस में मिल जाते हैं तो एक रिकांबिनेंट डीएनए का निर्माण हो जाता है और उसको हम जिन मोडिफाइड प्लांट भी कह सकते हैं।
दोस्तों आपको ऐसी कोई समस्या हो रही है तो आप हमें कमेंट में बता सकते हैं धन्यवाद
आपका
लोकेश सिद्ध
कोई भी जीन के कार्य एवं रूपांतरण की स्टडी का अध्यन करना
यह एक जीन ट्रांसफर की टेक्निक है
इसमें क्या होता है कि हमें एक वांछित जीन का ट्रांसफर किसी एक टारगेट प्लांट के डीएनए पर करना होता है जब वांछित जीन और टारगेट प्लांट का डीएनए आपस में मिल जाते हैं तो एक रिकांबिनेंट डीएनए का निर्माण हो जाता है और उसको हम जिन मोडिफाइड प्लांट भी कह सकते हैं।
दोस्तों आपको ऐसी कोई समस्या हो रही है तो आप हमें कमेंट में बता सकते हैं धन्यवाद
आपका
लोकेश सिद्ध